Kusum Kisan Solar Pump 2025
केंद्र सरकार की सौर पंप योजना – कुसुम योजना – किसानों की बिजली से जुड़ी जरूरतों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस योजना के अंतर्गत किसान केवल कुल लागत का 10% भुगतान करके अपनी आवश्यकतानुसार सोलर प्लांट स्थापित कर सकते हैं। इसका उद्देश्य किसानों को सशक्त बनाना और उनकी आय बढ़ाने के लिए अतिरिक्त साधन उपलब्ध कराना है। यह योजना निश्चित रूप से किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय को दोगुनी करने में सहायक सिद्ध होगी।
सौर ऊर्जा से लाभ
आपके द्वारा दी गई जानकारी को एक स्पष्ट और पेशेवर सौर पंप योजना विवरणिका (Solar Pump Scheme Brochure) के रूप में नीचे प्रस्तुत किया गया है। इसे आप सरकारी योजना, आवेदन फॉर्म, या किसान जागरूकता कार्यक्रमों में उपयोग कर सकते हैं।
🌿 सौर कृषि पंप योजना विवरण (Solar Agricultural Pump Scheme)
🔧 उपलब्ध सोलर पंप मॉडल और विवरण
पंप क्षमता प्रकार अनुमानित कीमत उपयुक्त उपयोग 3 HP DC सबमर्सिबल ₹78,000 छोटे खेतों के लिए उपयुक्त 5 HP AC सरफेस ₹1,35,000 मध्यम और बड़े खेतों के लिए 7.5 HP सबमर्सिबल ₹1,95,000 गहरे बोरवेल वाले खेतों के लिए 10 HP हाई पावर ₹2,65,000 बड़े खेतों और व्यावसायिक उपयोग के लिए
✅ आवेदन के लिए पात्रता
✔️ आवेदक कृषक (कृषि कार्य करने वाला व्यक्ति) होना चाहिए
✔️ स्वामित्व वाली कृषि भूमि होनी चाहिए
✔️ खेत में सिंचाई के लिए पंप की आवश्यकता हो
🌞 सोलर पंप के लाभ
☀️ बिजली या डीजल खर्च में बचत
🔧 कम रख-रखाव, संचालन में सरल
🌦️ मौसम आधारित विश्वसनीयता
🌱 पर्यावरण के अनुकूल – शून्य प्रदूषण
📑 आवश्यक दस्तावेज़
📄 आधार कार्ड
📄 खेत का कागज़ / खतौनी
📄 बैंक पासबुक की प्रति
🖼️ पासपोर्ट साइज फोटो
📱 सक्रिय मोबाइल नंबर
यदि आप इस योजना के लिए आवेदन करना चाहते हैं या अधिक जानकारी चाहते हैं, तो कृपया अपने नजदीकी कृषि विभाग / डिस्ट्रिक्ट सोलर एजेंसी / ऊर्जा विभाग से संपर्क करें।
अगर आप चाहें, तो मैं इस सामग्री को PDF फॉर्मेट, पॉस्टर डिजाइन, या ऑनलाइन आवेदन फॉर्म के ड्राफ्ट में भी तैयार कर सकता हूँ। बताइए, क्या आप उसे चाहते हैं?
सौर पंप सेवाएँ
हम सौर ऊर्जा से संचालित पंपों की स्थापना और रखरखाव में मदद करते हैं।
स्टैण्ड-अलोन सौर विद्त कृषि पंपों की स्थापना


स घटक के तहत, व्यक्तिगत किसान अपने मौजूदा डीजल पंपों को हटाकर सौर पंप लगा सकते हैं। मौजूदा डीजल पंपों को हटाकर सौर पंप लगाने से (5 एचपी पंप के लिए) न केवल प्रति वर्ष लगभग 50,000 रु. की सिंचाई लागत में कमी आएगी, बल्कि इससे प्रदषूण में भी कमी आएगी। इस घटक से ऐसे ऑफग्रिड क्षेत्रों में, जहाँ सिंचाई के लिए विद्युत का कोई स्रोत नहीं है
कृषि फीडरों का सौरीकरण !
जहाँ फीडरों को पहले ही कृषि प्रयोजनों के लिए अलग किया गया है, वहाँ योजना के तहत पर्याप्त मात्रा में सौर विद्युत संयंत्रों की स्थापना करके फीडरों को सौरीकृ त किया जा सकता है। कृषि फीडरों के सौरीकरण के लिए भारत सरकार द्वारा 30 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाएगी। इससे पूंजीगत लागत और विद्युत की लागत में कमी आएगी।
किसानो की आमदनी बढ़ाना सरकार की सबसे अधिक महत्वपूर्ण नीतिगत प्राथमिकताओ में शामल है। इस उद्देश्य के लिए पीएम- कुसुम के घटक-ख के तहत महंगे डीजल के स्थान पर कम खर्चीली सौर ऊर्जा की स्थापना की जाएगी और घटक-ग के तहत किसान डिस्कॉमों को पूर्वनिर्धारित दर पर सरप्लस सौर विद्युत की बिक्री कर सकेंगे।
किसानों की आमदनी में बढ़ोत्तरी !
किसान कुसुम योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करें !
कुसुम योजना से एक स्थायी और लगातार आमदनी का स्रोत खुलेगा। ऐसा अनुमान है कि यदि किसान द्वारा लीज पर दी गई भूमि पर डेवलपर/सीपीएसयू द्वारा संयंत्र स्थापित किया जाएगा तो किसानों को प्रति वर्ष प्रति एकड़ 25,000 रु. तक की आमदनी होगी और यदि वे बैंक से ऋण लेकर स्वयं संयंत्र लगाते हैं तो प्रति वर्ष प्रति एकड़ 65,000 रु. तक की आमदनी होगी।